यह पहला व्यवसायिक कीटनाशी है जो निकोटिनिक एसिटिलकोलाइन रिसेप्टर के साथ जुड़कर निकोटिनिक एसिटिलकोलाइन को बाधित करता है. इमिडाक्लोप्रिड की पौधे के जाइलम भाग में अच्छी गतिशीलता होती है और यह बीजोपचार, मृदा व पर्णीय के लिए प्रयोग किया जाता है कीटों से फसल सुरक्षा के लिए कई प्रकार की उन्नत खोज की गई है और की जा रही है. रासायनिक कीटनाशी के रूप में उन नए रसायनों की खोज की गई है जो कम से कम वातावरण को नुकसान पहुंचाए साथ ही फसल को कीटों से अच्छी तरह और तुरंत बचाव करती है. खोजकर्ता ऐसे सुरक्षित रसायन विकसित कर रहे हैं जो प्रकाश अपघटन, सूक्ष्म जीव अपघटन के साथ-साथ रासायनिक अपघटन से गुजर कर पर्यावरण में बहुत कम अवशेष छोड़ते हैं. ये रसायन अधिकतर चयनात्मक (Selective) हैं. इन प्रयासों का मुख्य उद्देश्य पर्यावरण को कम से कम नुकसान हो तथा फसल सुरक्षा के साथ-साथ प्राकृतिक शत्रुओं को नुकसान नहीं पहुंचाएं यह रस चूसने वाले कीटों के विरूद्ध प्रभावशाली पाया गया है. भारत में इमिडेक्लोप्रिड के कई फोरमुलेशन रजिस्टर्ड HAI,
विशेष टिपण्णी
नोट -: फसल में किसी भी दवा का प्रयोग करते समय विशेषज्ञ की सलाह व निर्देशों का अनुपालन करें